नसीब - Fate of Love जिंदगी भर के इम्तिहान के बाद, वो नतीजे में किसी और का निकला..कैसे करूं मुकदमा उस पर उसकी बेवफाई का,कमबख्त ये दिल भी उसी का वकील निकला..जिन्हें गल्ती से खुशियों का मसीहा समझ बैठे,मत पूछ वो इंसान कितना संगदिल निकला.. Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Alok Kumar Upadhayay 8:39:00 AM Alok Kumar Upadhayay, LOVE, Safar The Journey 0 Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
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